गगन छू सके जो ऐसी दृढ़ता मैंने पायी, मित्रों के स्वरूप में माँ हो जैसे आयी। गगन छू सके जो ऐसी दृढ़ता मैंने पायी, मित्रों के स्वरूप में माँ हो जैसे आयी।
जीवन बडा ही सुंदर है और उसे जिमे के सबके अपने अलग रंग-ढंग है. लेकिन, सामंजस्य के साथ जिंदगी और सुंदर... जीवन बडा ही सुंदर है और उसे जिमे के सबके अपने अलग रंग-ढंग है. लेकिन, सामंजस्य के...
हम भी सीखे इन रंगों के सुंदर त्योहार से। खुशियों के रंग भरें हम भी सबके जीवन में। हम भी सीखे इन रंगों के सुंदर त्योहार से। खुशियों के रंग भरें हम भी सबके जीवन ...
ठीक उसी तरह जिस तरह, सादा दूध भाता नहीं मुझको। ठीक उसी तरह जिस तरह, सादा दूध भाता नहीं मुझको।
साल में एक बार ये दिन आता है। जब हर कोई रंगों में रंग जाता है। साल में एक बार ये दिन आता है। जब हर कोई रंगों में रंग जाता है।
पापा ओ पापा दिलवा दो न आज हमें भी एक सुंदर पिचकारी। पापा ओ पापा दिलवा दो न आज हमें भी एक सुंदर पिचकारी।